महाराष्ट्र: खुल्दाबाद का नाम बदलकर रत्नपुर करने की मांग, विधायक बोले- औरंगजेब का नाम देखकर खून खौलता है

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Maharashtra News: बीजेपी विधायक संजय केनेकर ने कांग्रेस पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वीर मराठा योद्धाओं की विरासत को दबाया गया है, जिसे अब उजागर किया जाएगा.

महाराष्ट्र के खुल्दाबाद शहर का नाम बदलकर ‘रत्नपुर’ रखने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर भाजपा विधायक संजय केनेकर ने सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि रत्नपुर में छत्रपति संभाजी महाराज को समर्पित एक भव्य स्मारक बनाया जाए।

विधायक केनेकर ने अपने बयान में कहा,

“हमने ठान लिया है कि खुल्दाबाद का नाम बदलकर रत्नपुर करना है। औरंगजेब जैसे क्रूर शासक के नाम से जुड़े प्रतीकों को देखकर खून खौल उठता है। अब इस ऐतिहासिक अन्याय को बदलने का समय आ गया है।”

उन्होंने यह भी बताया कि वे इसी मांग को लेकर आज ही मुख्यमंत्री को पत्र लिख रहे हैं, जिसमें रत्नपुर में संभाजी महाराज के सम्मान में एक स्मारक निर्माण का आग्रह किया जाएगा।

इतिहास को लेकर कांग्रेस पर हमला

खुल्दाबाद का नाम बदलने की मांग को लेकर दिए गए बयान में भाजपा विधायक संजय केनेकर ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में विदेशी आक्रमणकारियों को महत्व देने का कार्य कांग्रेस ने किया और अब वक्त आ गया है इस ‘ऐतिहासिक पाप’ को खत्म करने का।

केनेकर ने कहा:

“हिंदुस्तान पर जितने भी आक्रमणकारियों ने राज किया – चाहे वो आदिल शाह हो, मुगल शाह हो, निजाम शाह हो, बाबर हो या फिर अंग्रेज – इनके इतिहास को कांग्रेस ने बार-बार सामने लाकर हमारे नागरिकों को यही पढ़ाया और दिखाया है।

यह इतिहास को जगाने का पाप कांग्रेस ने किया है। अब हम इसे मिटाने का काम करेंगे।”

उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार ऐसे सभी प्रतीकों और नामों को बदलने का प्रयास करेगी जो भारत के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाते हैं।

भाजपा विधायक संजय केनेकर ने इतिहास में मराठा वीरों की अनदेखी पर नाराज़गी जताई और कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज, उनके पितामह मालोजी राजे भोसले, पिता शाहजी राजे भोसले और पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज जैसे महान योद्धाओं के बलिदान और योगदान को इतिहास में या तो भुला दिया गया या जानबूझकर दबा दिया गया।

उन्होंने कहा,

“संभाजी महाराज के साथ लड़ने वाले संताजी घोरपड़े, दनाजी जादव, तारा रानी जैसे वीर सेनानियों का भी इतिहास में नाम बहुत कम मिलता है।”

खुल्दाबाद को लेकर केनेकर ने कहा कि:”जिसे आज खुल्दाबाद कहा जाता है, वह हमारी सांस्कृतिक परंपरा में ‘रत्नपुर’ है। वहां जब औरंगजेब का नाम पढ़ते हैं, तो खून खौलता है। अब हम इस ऐतिहासिक अन्याय को मिटाएंगे।”

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने न सिर्फ आक्रमणकारियों के इतिहास को बढ़ावा दिया बल्कि शाहजी महाराज की ऐतिहासिक गढ़ी को उपेक्षित कर दिया। उन्होंने ऐलान किया कि:

“अब उस गढ़ी को संवारा जाएगा और रत्नपुर में छत्रपति संभाजी महाराज की स्मृति में एक भव्य स्मारक का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए मैं आज ही मुख्यमंत्री को पत्र सौंपूंगा।”

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