1 जुलाई से भारतीय रेलवे के नए नियम लागू: तत्काल बुकिंग, किराया वृद्धि समेत यात्रियों के लिए 5 बड़े बदलाव

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भारतीय रेलवे ने 1 जुलाई 2025 से यात्रियों के हित और संचालन में सुधार के लिए कुछ अहम बदलाव किए हैं। ये नए नियम सीधे टिकट बुकिंग, किराये और यात्रा सुविधा से जुड़े हैं। जानिए 5 बड़े बदलाव:

1. कुछ मार्गों पर किराया वृद्धि

गैर-शहरी ट्रेनों में साधारण नॉन-एसी द्वितीय श्रेणी (सेकंड क्लास) के किराए में प्रति किलोमीटर आधा पैसा बढ़ोतरी की गई है, जो कुछ शर्तों पर आधारित है:

  • 500 किमी तक: कोई बढ़ोतरी नहीं
  • 501 से 1500 किमी तक: ₹5 की बढ़ोतरी
  • 1501 से 2500 किमी तक: ₹10 की बढ़ोतरी
  • 2501 से 3000 किमी तक: ₹15 की बढ़ोतरी

इस बीच, फर्स्ट क्लास का किराया ₹0.50 प्रति किलोमीटर बढ़ाया गया है।

वहीं, AC चेयर कार, AC 3-टियर / 3-इकॉनमी, AC 2-टियर, और AC फर्स्ट / एग्जीक्यूटिव क्लास / एग्जीक्यूटिव अनुभवती श्रेणियों में प्रति किलोमीटर 2 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।

2. आधार सत्यापित तत्काल टिकट बुकिंग

1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग अब केवल आधार सत्यापित उपयोगकर्ताओं द्वारा ही की जा सकेगी। रेलवे मंत्रालय ने जून में यह घोषणा की थी।

रेल मंत्रालय ने कहा,

“01-07-2025 से तत्काल योजना के अंतर्गत टिकट केवल उन्हीं यात्रियों द्वारा बुक किए जा सकेंगे, जिनका आधार प्रमाणीकरण पूरा हो चुका है। यह सुविधा IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगी।”

3. तत्काल बुकिंग में एजेंटों पर रोक

रेल मंत्रालय के जून सर्कुलर के अनुसार, तत्काल टिकट बुकिंग को लेकर टिकट एजेंटों के लिए एक नया नियम लागू किया गया है।

नए नियम के तहत, भारतीय रेलवे के अधिकृत टिकट एजेंट तत्काल बुकिंग विंडो खुलने के पहले 30 मिनट तक टिकट बुक नहीं कर पाएंगे।

इसका अर्थ है कि:

  • एसी क्लास (वातानुकूलित श्रेणी) के तत्काल टिकट सुबह 10:00 बजे से 10:30 बजे तक एजेंट बुक नहीं कर सकेंगे।
  • नॉन-एसी क्लास के तत्काल टिकट सुबह 11:00 बजे से 11:30 बजे तक एजेंटों के लिए प्रतिबंधित रहेंगे।

4. आरक्षण चार्ट अब 8 घंटे पहले तैयार होगा

1 जुलाई से लागू होने वाले नए नियम के तहत, भारतीय रेलवे लंबी दूरी की ट्रेनों का आरक्षण चार्ट अब 8 घंटे पहले तैयार करेगा, जबकि पहले यह समय सीमा 4 घंटे थी।

  • यदि ट्रेन दोपहर 2 बजे से पहले प्रस्थान करती है, तो उसका चार्ट पिछली रात 9 बजे तक तैयार कर लिया जाएगा।
  • इस बदलाव का उद्देश्य वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए अनिश्चितता को कम करना है।

5. वेटिंग लिस्ट की सीमा बढ़ाई गई

रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई से लागू नए नियमों के तहत वेटिंग लिस्ट की अधिकतम सीमा बढ़ा दी है।

  • अब सभी एसी श्रेणियों (AC Classes) में वेटिंग लिस्ट की सीमा 25% से बढ़ाकर 60% कर दी गई है।
  • वहीं नॉन-एसी श्रेणियों (Non-AC Classes) में यह सीमा 30% तय की गई है।

इस बदलाव का उद्देश्य अधिक यात्रियों को टिकट की प्रतीक्षा सूची में शामिल कर उन्हें यात्रा का अवसर देना है, खासकर व्यस्त सीजन और त्योहारों के दौरान।

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