अमेरिका और इज़राइल की ओर से परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ईरान ने IAEA से सहयोग निलंबित किया

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ईरान की संसद ने IAEA से सहयोग निलंबित करने के पक्ष में मतदान किया, अब अंतिम निर्णय सुरक्षा परिषद लेगी

ईरान की संसद — इस्लामिक कंसल्टेटिव असेंबली (मजलिस) — ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए देश के संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था IAEA (International Atomic Energy Agency) के साथ सहयोग को निलंबित करने के पक्ष में मतदान किया।
यह जानकारी राज्य मीडिया एजेंसी IRIB ने दी।

हालांकि यह फैसला अभी अंतिम नहीं है। अब इस प्रस्ताव को ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (Supreme National Security Council) को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान कर रहे हैं।

यह कदम अमेरिका और इज़राइल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हालिया हमलों के बाद उठाया गया है, और इससे परमाणु संकट और अंतरराष्ट्रीय तनाव बढ़ने की आशंका है।

ईरानी संसद में वोटिंग के बाद लगे नारे — “अमेरिका मुर्दाबाद”, “इज़राइल मुर्दाबाद”

बुधवार को संसद में IAEA से सहयोग निलंबित करने के प्रस्ताव पर मतदान के बाद, ईरानी सांसदों ने “अमेरिका मुर्दाबाद” और “इज़राइल मुर्दाबाद” के नारे लगाए।
यह रिपोर्ट ईरान के सरकारी टेलीविज़न द्वारा दी गई है।

ईरानी अधिकारियों ने युद्ध की शुरुआत से ही IAEA की निष्क्रियता को लेकर तीखी आलोचना की है। उनका कहना है कि संस्था ने इज़राइल द्वारा ईरानी परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों की निंदा नहीं की, जो कि IAEA की जिम्मेदारी और निष्पक्षता पर सवाल उठाता है।

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