दिल्ली पुलिस ने सुलझाई 4 साल की बच्ची के अपहरण की गुत्थी, महिला गिरफ्तार, ये था इरादा

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Delhi News: पुलिस ने संगम विहार से लापता 4 साल की बच्ची के अपहरण की गुत्थी 24 घंटे में सुलझा लिया है. महिला समेत 2 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. महिला बच्ची को गोद लेना चाहती थी.

Delhi Crime News: दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार इलाके में चार वर्षीय बच्ची के अपहरण की गुत्थी को दिल्ली पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया है. नेब सराय थाना पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया. पकड़े गए आरोपियों की पहचान 42 वर्षीय नसीरीन और 45 वर्षीय रामाशंकर के रूप में हुई है. दोनों पेशे से पेंटर हैं और पहले एक साथ काम कर चुके हैं. बच्ची को आरोपी महिला के तुगलकाबाद गांव स्थित घर से बरामद किया गया.

चिप्स लेने निकली बच्ची हुई लापता
डीसीपी अंकित चौहान के अनुसार, 29 जून की शाम करीब छह बजे संगम विहार के चर्च कॉलोनी निवासी नवीन राणा की बेटी घर के पास स्थित दुकान से चिप्स और टॉफी लेने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी. परिजनों ने इलाके में काफी खोजबीन की, लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद पीसीआर कॉल कर पुलिस को इसकी सूचना दी गयी. इस मामले में नेब सराय थाने में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई. बच्ची की सकुशल बरामदगी के लिए इंस्पेक्टर राकेश कुमार, एसआई रोहिताश, एसआई नीरज सैनी एवं अन्य की टीम का गठन किया गया.

सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग़
जांच के दौरान पुलिस टीम ने आसपास के 80 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. शनि बाजार रोड, बंद रोड, टिगरी रोड और संगम विहार रोड पर लगे कैमरों की मदद से एक पुरुष और एक महिला को बच्ची के साथ टीएसआर में जाते हुए देखा गया. फुटेज से आरोपियों की तस्वीरें निकाली गईं और दोनों संदिग्धों की तस्वीर सभी थानों में सर्कुलेट किया गया. एक स्थानीय निवासी ने संदिग्ध पुरुष की पहचान रामाशंकर के रूप में की. जिस पर तुरंत ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की, जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ.

बच्ची को अपनाना चाहती थी महिला
रामाशंकर से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नसीरीन के घर पर छापेमारी की और उसे, उसके घर से दबोच लिया. उसके कब्जे से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया. पूछताछ में नसीरीन ने बताया कि वह बच्ची को इसलिए अपने घर ले गई क्योंकि वह खुद एक लड़की की मां नहीं बन सकी थी. बच्ची को वह भटकती हुई मिली थी, लेकिन उसने न तो पुलिस को सूचना दी और न ही उसे उसके परिजनों तक पहुंचाने की कोशिश की. वह बच्ची को करीब आठ किलोमीटर दूर अपने घर ले गई और वहीं रख लिया.

पुलिस के अनुसार, यह मामला एक सुनियोजित अपहरण का प्रतीत होता है, जिसमें रामाशंकर ने पूरी योजना में नसीरीन का साथ दिया. दोनों पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है.

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