UP News: गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से काशीपुर और मक्सीपुर गांव में बाढ़ की स्थिति बन गई है, चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते देश के कई हिस्सों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है। राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कन्नौज में गंगा नदी के उफान के कारण कई परिवार बेघर हो गए हैं।
गंगा का बढ़ता जलस्तर कन्नौज के काशीपुर और मक्सीपुर गांव में तबाही लेकर आया है। गांव के चारों ओर पानी ही पानी फैला हुआ है, जिससे हालात बेहद भयावह हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पानी सीधे गंगा नदी से आया है और इसकी वजह से ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की फसल बर्बाद, ग्रामीणों को दर-बदर होना पड़ा
बाढ़ का सबसे बड़ा असर किसानों पर पड़ा है। खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूबकर पूरी तरह से नष्ट हो गईं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं, बाढ़ का पानी बच्चों के लिए भी मुश्किलें बढ़ा रहा है।
प्रशासन ने राहत शिविर और अस्थायी ठहरने की व्यवस्था की है, लेकिन ये इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। मजबूरन कई ग्रामीण सड़क किनारे टेंट डालकर गुजर-बसर करने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने सुनाया अपना हाल
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले पानी का स्तर घटने से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन अब हालात फिर बिगड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है। कई घर पूरी तरह पानी में डूब गए हैं और लोग बेबस होकर हालात का सामना कर रहे हैं।
बाढ़ से बढ़ीं मुश्किलें, ग्रामीणों का दर्द
बाढ़ की वजह से जीवन बेहद कठिन हो गया है। खाने-पीने की व्यवस्था करना बड़ी चुनौती बन गई है और खेतों में खड़ी सारी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि अब परिवारों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। हालांकि प्रशासन की ओर से राशन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक यह पर्याप्त नहीं है। पीड़ितों ने यह भी बताया कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सांप जैसे जंगली जानवरों का खतरा लगातार बना हुआ है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।