Noida News: आरोपियों ने रजिस्ट्री व दस्तावेजों की प्रक्रिया के नाम पर फर्जी कागजात तैयार किए और करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए. अब तक की पुलिस जांच में कुल 22 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है
नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास ज़मीन दिलाने का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी रविन्द्र शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पिछले 20 महीनों से फरार चल रहा था और उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था।
नोएडा सेक्टर-63 थाना पुलिस ने रविन्द्र शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए ज़मीन बेचने का नाटक रचते हुए करीब 24 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
आरोपी पर करोड़ों की ठगी का आरोप
दिसंबर 2023 में सामने आए इस मामले में कई पीड़ितों ने नोएडा के थाना सेक्टर-63 में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ताओं का कहना था कि रविन्द्र शर्मा और उसके साथियों ने जेवर एयरपोर्ट के पास आकर्षक लोकेशन की ज़मीन दिखाकर उनसे डील की थी।
आरोप है कि आरोपियों ने रजिस्ट्री और दस्तावेज़ों की प्रक्रिया के नाम पर फर्जी कागजात तैयार किए और करोड़ों रुपये की वसूली करने के बाद फरार हो गए। पुलिस की अब तक की जांच में 22 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है, जबकि अन्य की तलाश अभी भी जारी है।
पुलिस ने लोगों से की सतर्क रहने की अपील
नोएडा पुलिस का कहना है कि बाकी फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस बीच पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रॉपर्टी डील से पहले ज़मीन से संबंधित भूलेख, रजिस्ट्रेशन और स्वामित्व जैसे दस्तावेजों की अच्छी तरह से जांच अवश्य करें।
जमीन से जुड़ी धोखाधड़ी के मामलों में लगातार इज़ाफा हो रहा है, ऐसे में सतर्कता बेहद जरूरी है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में डिजिटल तकनीक और त्वरित कार्रवाई के ज़रिए एक बड़े ठग को गिरफ्तार करना संभव हुआ है। इसे जमीन के नाम पर चल रहे संगठित अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की दिशा में एक अहम उपलब्धि माना जा रहा है।
ऐसे हुई आरोपी रविन्द्र शर्मा की गिरफ्तारी
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा हरदेश कुमार ने बताया कि आरोपी रविन्द्र शर्मा पुत्र किशन शर्मा को पुलिस ने गांव हमीदपुर के पास एक्सप्रेसवे पर चढ़ने वाले कट से गिरफ्तार किया। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी।
आरोपी की गिरफ्तारी मैनुअल इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से की गई, जिसके चलते पुलिस को ठगी के इस बड़े मामले में अहम सफलता मिली।