मारा जा चुका है जैश का आतंकी हैदर, जम्मू-कश्मीर के DGP ने किया बड़ा खुलासा

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जैश आतंकी के बारे में खुलासा करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने आम लोगों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पुलिस की कामयाबी पब्लिक के बिना नहीं हो सकती.

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने बुधवार, 16 जुलाई को एक अहम खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में उधमपुर जिले के डुडु-बसंतगढ़ के जंगलों में हुए एनकाउंटर में मारा गया आतंकी कोई और नहीं, बल्कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का शीर्ष कमांडर हैदर था। हैदर बीते चार वर्षों से इस इलाके में सक्रिय था और सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था।

DGP नलिन प्रभात ने अखनूर थाने में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “आतंकियों के खिलाफ हमारा ऑपरेशन लगातार जारी है। हम एक-एक आतंकी को ढूंढकर खत्म करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि हालिया सफलता आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई में बड़ी उपलब्धि है।

‘मौलवी’ था हैदर का कोड नेम
डीजीपी नलिन प्रभात ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हैदर का कोड नाम ‘मौलवी’ था। वह 26 जून को डुडु-बसंतगढ़ क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में मारा गया। हालांकि, उसके तीन अन्य साथी घने जंगल, खराब मौसम और दुर्गम भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर मौके से फरार होने में सफल रहे।

अखनूर थाना बना प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ थाना
डीजीपी ने जम्मू के अखनूर थाने को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ थाना चुने जाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह पुरस्कार यहां के सभी नागरिकों और पुलिसकर्मियों का है। यह इस बात का प्रमाण है कि थाना स्टाफ और अधिकारियों का जनता के साथ बेहतर तालमेल है। लोगों का विश्वास और सहयोग ही इस सम्मान के असली हकदार हैं।”

जनता के सहयोग से ही पुलिस की सफलता संभव: डीजीपी नलिन प्रभात

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान में जनता की भागीदारी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “डीआईजी साहब ने अभी थोड़ी देर पहले कहा कि हालिया ऑपरेशन की सूचना भी स्थानीय नागरिकों से मिली थी। यह इस बात का प्रमाण है कि पुलिस और आमजन के बीच बेहतर तालमेल है।”

सीमा क्षेत्र के युवाओं को मिले मौका

सीमा पर रहने वाले युवाओं की पुलिस भर्ती पर पूछे गए सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि वे इस संबंध में सुझाव अवश्य देंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस की कोई भी कामयाबी आम जनता के सहयोग के बिना संभव नहीं है। जब पुलिस और जनता के बीच समन्वय होता है तो सबसे कठिन कार्य भी आसान हो जाते हैं।

अखनूर पुलिस स्टेशन को उत्कृष्टता पुरस्कार

डीजीपी नलिन प्रभात ने सीआरपीएफ के महानिरीक्षक गोपाल शर्मा, जम्मू के आईजीपी भीम सेन टूटी और डीआईजी शिव कुमार के साथ अखनूर पुलिस स्टेशन का दौरा किया। उन्होंने 2024 में देश के सर्वश्रेष्ठ थानों की रैंकिंग में शामिल होने और गृह मंत्रालय से ‘उत्कृष्टता पुरस्कार’ प्राप्त करने वाले अधिकारियों और कर्मियों को सम्मानित किया।

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