कांवड़ यात्रा को लेकर ट्रैफिक डायवर्जन प्लान, लखनऊ से दिल्ली के लिए इन रास्तों का करें इस्तेमाल

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कांवड़ यात्रा 2025: अमरोहा, हरिद्वार और लखनऊ जाने वालों के लिए बदला रूट

कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है। दिल्ली से अमरोहा, हरिद्वार और लखनऊ की ओर जाने वाले सभी वाहनों को अब यूपी गेट या गाज़ीपुर बॉर्डर से होकर नेशनल हाईवे-9 (NH-9) के जरिए डासना इंटरसेक्शन तक जाना होगा।

इसके बाद वाहन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के रास्ते अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ सकेंगे। यह रूट कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और सुगम यातायात के मद्देनजर तय किया गया है, ताकि मुख्य मार्गों पर भीड़भाड़ से बचा जा सके।

सावन शुरू होते ही कांवड़ यात्रा का आगाज़, दिल्ली-हरिद्वार मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक

आज से सावन माह की शुरुआत हो गई है और इसके साथ ही कांवड़ यात्रा का दौर भी शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार की ओर गंगाजल लेने के लिए रवाना हो चुके हैं। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और अधिक इज़ाफा होने की उम्मीद है, जिसका सीधा असर कांवड़ मार्ग पर ट्रैफिक पर पड़ेगा।

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। इसी क्रम में गुरुवार से दिल्ली-हरिद्वार मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। साथ ही कई स्थानों पर ट्रैफिक रूट डायवर्ट किए गए हैं।

इस साल कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से 23 जुलाई तक चलेगी। इस दौरान गाजियाबाद पुलिस ने 13 दिनों तक दिल्ली-मेरठ हाईवे पर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा 18 जुलाई से हल्के वाहनों पर भी इसी मार्ग पर रोक लगाने की योजना है।

कांवड़ यात्रा के चलते इन मार्गों पर रूट डायवर्ट

कांवड़ यात्रा 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए यातायात व्यवस्था में बड़े बदलाव किए गए हैं। दिल्ली से हरिद्वार, अमरोहा, लखनऊ और बरेली की ओर जाने वाले वाहनों के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया है, ताकि कांवड़ियों की यात्रा सुरक्षित और सुचारु बनी रहे।

दिल्ली से हरिद्वार, अमरोहा और लखनऊ जाने वाले वाहन:

  • इन वाहनों को यूपी गेट या गाज़ीपुर बॉर्डर से नेशनल हाईवे-9 के जरिए डासना इंटरसेक्शन तक जाना होगा।
  • इसके बाद वाहन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से आगे बढ़ सकेंगे।

लखनऊ और बरेली जाने के दो वैकल्पिक रास्ते:

पहला मार्ग:

  • दिल्ली → डासना (गाजियाबाद) → ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे → सिकंदराबाद → बुलंदशहर → बहदोई → डिबाई → चंदौसी → मुरादाबाद → दिल्ली-लखनऊ हाईवे → लखनऊ/बरेली

दूसरा मार्ग:

  • दिल्ली → हापुड़ (छिजारसी) → ततारपुर चौराहा → टियाला अंडरपास → किठौर → मेरठ → बिजनौर → धामपुर → नगीना → मुरादाबाद → दिल्ली-लखनऊ हाईवे → लखनऊ

यात्रा की निगरानी और सुरक्षा के खास इंतज़ाम:

  • पूरे कांवड़ मार्ग पर 29,454 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
  • 375 ड्रोन के माध्यम से हवाई निगरानी की जाएगी।
  • सुरक्षा के लिए 66,000 पुलिसकर्मी, 50 कंपनियां केंद्रीय अर्धसैनिक बल / पीएसी और 1,424 होमगार्ड तैनात किए गए हैं।

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