बिहार में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ बिहार बंद का असर कई जिलों में देखने को मिला. पटना के अलावा गोपालगंज, दरभंगा, आरा, किशनगंज, गया जी, सहरसा समेत कई जिलों में बंद समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया है.
बिहार बंद में विपक्ष की ताकत दिखी, पटना में राहुल-तेजस्वी-मुकेश सहनी समेत कई दिग्गज जुटे:
बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के विरोध में बुधवार को बुलाए गए बिहार बंद के दौरान राजधानी पटना में विपक्षी दलों की एकजुटता देखने को मिली। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी और दीपांकर भट्टाचार्य जैसे दिग्गज नेताओं ने आयकर गोलंबर से चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च किया। मार्च के दौरान शहीद स्मारक के पास पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश भी की गई।
बंद के समर्थन में कई जिलों—जैसे गोपालगंज, दरभंगा, आरा, गया, सहरसा, किशनगंज—में भी जबरदस्त प्रदर्शन हुए। कुछ जगहों पर ट्रेनें रोकी गईं, तो कहीं सड़कों पर टायर जलाकर यातायात बाधित किया गया।
राहुल गांधी ने पटना में मार्च और सभा में हिस्सा लेने के बाद शाम को दिल्ली लौटने का कार्यक्रम तय किया। विपक्षी दलों का यह प्रदर्शन मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर उठ रही आपत्तियों और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवालों के बीच हुआ।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को बिहार बंद को समर्थन देने के लिए पटना पहुंचे। विमान से उतरने के बाद वे सीधे इनकम टैक्स गोलचक्कर पहुंचे, जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहले से मौजूद थे। मौके पर महागठबंधन के हजारों कार्यकर्ता पहले ही जुट चुके थे।
इसके बाद राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, कम्युनिस्ट नेता दीपांकर भट्टाचार्य और विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी एक वाहन पर सवार हुए और चुनाव आयोग कार्यालय की ओर मार्च के लिए कूच किया।
मार्च के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी उनके साथ पटना की सड़कों पर पैदल चले। यह कारवां शहीद स्मारक तक पहुंचा, जहां पुलिस ने चुनाव आयोग कार्यालय के पास बैरिकेडिंग की थी। इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिससे माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया। पुलिस लगातार अपील करती रही कि प्रदर्शनकारी कानून व्यवस्था न बिगाड़ें।
मार्च के दौरान नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकारों पर तीखा हमला बोला, खासकर बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर। उन्होंने इस प्रक्रिया को चुनाव से पहले साजिशन किया गया कदम बताया, जिसे उन्होंने लोकतंत्र और मताधिकार के खिलाफ बताया।
इंडिया गठबंधन के मार्च में बवाल, पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को वैन पर चढ़ने से रोका गया
बुधवार को पटना में इंडिया गठबंधन के मार्च के दौरान एक अनोखी राजनीतिक झड़प देखने को मिली। जब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ओपन वैन पर चढ़े और मार्च का नेतृत्व करने लगे, तो उनके पीछे कुछ अन्य नेता भी वैन पर चढ़ने की कोशिश करने लगे।
इसी दौरान पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव भी मंच साझा करने के लिए वैन पर चढ़ना चाह रहे थे, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। पप्पू यादव को वैन पर चढ़ते समय रोकने की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें उनके समर्थक उन्हें चढ़ाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं, लेकिन एक सुरक्षाकर्मी उन्हें पीछे खींच लेता है।
पप्पू यादव के अलावा कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को भी वैन पर चढ़ने की अनुमति नहीं दी गई। यह घटना मौके पर मौजूद लोगों के बीच काफी चर्चा का विषय बन गई, और इसने गठबंधन में नेतृत्व को लेकर उठते सवालों को हवा दी है।