कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं, जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने मई में भारत-पाकिस्तान के बीच टकराव को टालने में अहम भूमिका निभाई थी। क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच ट्रंप के इन बयानों ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं, जिसके चलते भारत में राजनीतिक हलकों में इस मुद्दे पर गंभीर मंथन और बहस छिड़ गई है।
कांग्रेस ने उठाया सवाल – पीएम मोदी ट्रंप के ‘भारत-पाक युद्ध रोकने’ के दावे पर कब तोड़ेंगे चुप्पी?
कांग्रेस पार्टी ने 8 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि वह कब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बार-बार किए जा रहे दावे पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे, जिसमें ट्रंप कह रहे हैं कि उन्होंने मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन चले सैन्य टकराव के बाद “सीज़फायर करवाया” था।
कांग्रेस का कहना है कि ट्रंप ने पिछले 59 दिनों में कम से कम 21 बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने “भारत-पाक युद्ध को रोका, जो एक परमाणु संघर्ष में बदलने वाला था।”
कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:
“पिछले 59 दिनों में कम से कम 21वीं बार ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने मई में भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिन चले युद्ध को रोका। यह युद्ध एक परमाणु संघर्ष में बदल सकता था।”
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि क्या वह ट्रंप के दावे से सहमत हैं, और अगर नहीं तो वह चुप क्यों हैं? पार्टी ने मांग की है कि सरकार को इस पर स्पष्ट और सार्वजनिक जवाब देना चाहिए।
सोमवार (स्थानीय समय) को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा कि यह हस्तक्षेप खास तौर पर व्यापार वार्ताओं के जरिए किया गया था। ट्रंप यह बयान तब दे रहे थे जब वह व्हाइट हाउस में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात कर रहे थे।
ट्रंप इससे पहले भी कई बार यह दावा कर चुके हैं कि उनके कार्यकाल में उन्होंने भारत-पाक के बीच संभावित युद्ध को टाला था, और अब उन्होंने एक बार फिर इसे दोहराया है, जिससे भारत में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और बहस तेज हो गई हैं।
ट्रंप बोले – “भारत और पाकिस्तान के बीच बहुत बड़ा युद्ध रोका, वह भी व्यापार के ज़रिए”; कांग्रेस ने उठाए सवाल
इज़रायल-हमास संघर्ष पर चर्चा के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने “बहुत सारे युद्ध रोके, जिनमें सबसे बड़ा भारत और पाकिस्तान के बीच था। और हमने उसे व्यापार के ज़रिए रोका।” यह बयान उन्होंने व्हाइट हाउस में इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान दिया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्रंप के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ट्रंप ने साफ तौर पर कहा है कि भारत और पाकिस्तान ने युद्ध इसलिए रोका क्योंकि उन्होंने अमेरिका के साथ व्यापार को दांव पर लगा दिया था।
रमेश ने कहा:
“ट्रंप का साफ संदेश था — युद्ध तुरंत रोको, वरना अमेरिकी बाजारों और निवेश से हाथ धोना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि ट्रंप ने यह सब तब कहा जब वह यह भी घोषणा कर रहे थे कि जल्द ही अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के बीच एक व्यापार समझौता होने वाला है।
कांग्रेस ने इन बयानों पर केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।