‘वोटर लिस्ट पुनरीक्षण’ अभियान पर रोक की मांग, तेजस्वी यादव ने अधिकारियों को बताया ‘डाकिया’

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Voter List Revision:
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में लगे अधिकारियों और उनके सहयोगियों की सूची सार्वजनिक करे। उन्होंने आरोप लगाया कि दस्तावेजों को लेकर खुद चुनाव आयोग असमंजस की स्थिति में है, जिससे संपूर्ण प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।

Tejashwi Yadav:

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार, 7 जुलाई 2025 को अपने सरकारी आवास पर महागठबंधन के नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि महागठबंधन के प्रतिनिधि मंडल ने पटना स्थित चुनाव आयोग कार्यालय जाकर वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।

तेजस्वी ने कहा कि दिल्ली में भी विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग से मिल चुके हैं और समान मांग रखी है। उन्होंने स्पष्ट किया, “हमारी मांग है कि वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण फिलहाल रोका जाए और यह कार्य विधानसभा चुनाव के बाद कराया जाए, ताकि निष्पक्षता बनी रहे।”

चुनाव आयोग नहीं दे रहा हमारे सवालों का जवाब: तेजस्वी यादव

वोटर लिस्ट पुनरीक्षण को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस काम में कौन-कौन अधिकारी और सहयोगी नियुक्त किए गए हैं। तेजस्वी ने कहा, “हमने इस मामले को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया है, लेकिन चुनाव आयोग हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं दे रहा है।”

तेजस्वी ने पटना स्थित अधिकारियों की तुलना ‘डाकिया’ से करते हुए कहा, “यहां के अधिकारी सिर्फ आदेश पहुंचाने का काम कर रहे हैं, असली फैसले दिल्ली में लिए जा रहे हैं। आदेश कुछ और होता है, लेकिन विज्ञापन कुछ और जारी होता है। दस्तावेजों को लेकर खुद चुनाव आयोग असमंजस में है।”

वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान को लेकर तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “विज्ञापन में दावा किया जा रहा है कि बिना दस्तावेज के भी गणना प्रपत्र भरा और जमा किया जा सकता है, लेकिन इसके विपरीत आदेश में विरोधाभासी बातें लिखी होती हैं। लोग जानना चाहते हैं कि वास्तव में कौन-कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं और कौन नहीं।”

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि “चुनाव आयोग हर घंटे नए निर्देश जारी कर रहा है, जिससे लोगों के बीच भ्रम और अविश्वास की स्थिति बन रही है। ऐसा लग रहा है कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है।”

उन्होंने कहा कि “सिर्फ फॉर्म बांटने की बातें की जा रही हैं, जबकि ज़मीन पर स्थिति बिल्कुल अलग है। आम लोग अभी भी स्पष्टता की तलाश में हैं।” तेजस्वी ने यह सवाल भी उठाया कि “मनरेगा कार्ड और आधार कार्ड जैसे मान्य दस्तावेजों को आखिर पुनरीक्षण प्रक्रिया में क्यों नहीं स्वीकार किया गया?”

उन्होंने कहा, “वोटर कार्ड के लिए फॉर्म-6 में आधार कार्ड को मानक दस्तावेज माना गया है, तो फिर इसी आधार पर पुनरीक्षण में उसे क्यों नहीं मान्यता दी जा रही?”

तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से मांग की कि वह इन सभी बिंदुओं पर स्पष्ट और बिंदुवार जवाब दे, ताकि लोगों में भरोसा बना रहे। साथ ही उन्होंने अपील की कि “इस पूरी प्रक्रिया का राजनीतिक दुरुपयोग रोका जाए और इसकी निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए।”

बिहार बंद में शामिल होंगे राहुल गांधी

वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान के विरोध में 9 जुलाई को बुलाए गए बिहार बंद को कांग्रेस और महागठबंधन ने पूरी ताकत के साथ समर्थन देने का ऐलान किया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने जानकारी दी कि इस बंद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे।

तेजस्वी यादव ने बताया कि पटना के इनकम टैक्स गोलंबर से लेकर चुनाव आयोग कार्यालय तक एक विशाल मार्च निकाला जाएगा, जिसमें राहुल गांधी भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन लोकतंत्र की रक्षा और मतदाता सूची से छेड़छाड़ के खिलाफ है। महागठबंधन इसे आम जनता के हक की लड़ाई मान रहा है।

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