प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 3 जुलाई को अपने ऐतिहासिक विदेश दौरे के तहत घाना की संसद को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने ग्लोबल साउथ (Global South) के विकास की अहमियत पर ज़ोर दिया और कहा कि “सच्ची प्रगति तभी संभव है, जब ग्लोबल साउथ की आवाज़ को सशक्त किया जाए।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जो गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of Honour) उन्हें प्रदान किया गया, वह वह दोनों देशों के बीच की स्थायी मित्रता और साझा मूल्यों को समर्पित है, जो भारत और घाना को एकजुट करते हैं।
आज इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करना मेरे लिए अत्यंत सम्मान की बात है। घाना की धरती पर होना मेरे लिए एक विशेष सौभाग्य है — यह वह भूमि है जो लोकतंत्र, गरिमा और दृढ़ संकल्प की भावना से ओतप्रोत है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधि होने के नाते, मैं यहां 1.4 अरब भारतीयों की शुभकामनाएं और स्नेह लेकर आया हूं।
पीएम मोदी ने घाना की संसद में क्या कहा?
- घाना सरकार द्वारा प्रदान किए गए राष्ट्रीय सम्मान ‘The Officer of the Order of the Star’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा: “कल की शाम मेरे लिए बेहद भावुक और अविस्मरणीय रही। आपके राष्ट्रीय पुरस्कार को मेरे प्रिय मित्र, राष्ट्रपति जॉन महामा के हाथों प्राप्त करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। मैं 1.4 अरब भारतीयों की ओर से घाना की जनता का इस सम्मान के लिए दिल से धन्यवाद करता हूं।“
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में लोकतंत्र (Democracy) की महत्ता पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह केवल एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि भारत के मूलभूत मूल्यों में से एक है। उन्होंने कहा:
हजारों वर्ष पहले से ही भारत में लोकतांत्रिक विचार मौजूद रहे हैं। वैशाली जैसे नगर इसका उदाहरण हैं।”
“ऋग्वेद, जो विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथों में से एक है, कहता है –
‘आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः‘
अर्थात् – सभी दिशाओं से हमारे पास शुभ विचार आएं।
विचारों के इस खुलेपन की भावना में ही लोकतंत्र की आत्मा बसती है।
3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद में अपने भाषण के दौरान भारत और अफ्रीका के ऐतिहासिक जुड़ाव को रेखांकित करते हुए कहा:
और आज, जब एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन पर मानवता के कल्याण के लिए प्रयोग कर रहा है, मैं एक बार फिर अफ्रीका की धरती पर हूं।”
“अफ्रीका भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की कई गौरवपूर्ण उपलब्धियों से जुड़ा रहा है।
जब भारत का चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, तब मैं अफ्रीका में था।