नई दिल्ली/वॉशिंगटन, 4 अप्रैल 2025 – दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं भारत और अमेरिका के शेयर बाजारों में आज जोरदार गिरावट देखी गई। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नई व्यापारिक और टैक्स नीतियों के कारण आई है, जिनसे वैश्विक निवेशकों में घबराहट फैल गई है।
बीएसई सेंसेक्स ने एक समय पर 1,100 अंकों की गिरावट दर्ज की और निफ्टी 200 अंकों से नीचे फिसल गया। वहीं अमेरिका का डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज भी 950 अंक गिरकर बंद हुआ। यह इस साल की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट मानी जा रही है।
ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया था कि वे विदेशी निवेश और टैक्स नियमों को “अमेरिकन फर्स्ट” के अनुसार पुनर्गठित करेंगे, जिससे विदेशी कंपनियों और बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है। इसके असर से भारतीय IT, फार्मा और मेटल सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई।
रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर 83.95 पर बंद हुआ, जबकि निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्पों जैसे सोना और सरकारी बांड्स की ओर रुख किया।
वित्त विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह नीति जारी रही, तो आने वाले हफ्तों में भी बाजार अस्थिर रह सकते हैं। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।